Hymn No. 4857 | Date: 01-Aug-1993
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1993-08-01
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1993-08-01
https://www.kakabhajans.org/bhajan/default.aspx?id=357
तू हर दिल में तो बसता है, तेरे बिना जगह ना कोई खाली है
तू हर दिल में तो बसता है, तेरे बिना जगह ना कोई खाली है, बसके सब हृदय में, ऐसा तू क्यों करता है, लगता है, जग में जैसा अँधेर है सोचे तेरे बारे में जितना हे प्रभु, लगता है, यह फिर भी तो कम है, मिले प्रेम का निशान तेरा हर जगह से, जब दिल तो साफ होता है। करे तो जग में क्या करे, और कैसे करे, जब तो तू हर पल साथ में रहता है, सुख-दुःख की लेन-देन जग में तो होती है, साथ में रहकर पूरी तू करवाता है। रुक जाएँगे हाथ-पाँव जग में हमारे, मंजूरी जग में तो नहीं होती है, साथ सदा रहते हुए भी, ना तू दिखाई देता है, दूर तब तो तू लगता है। सुख-चैन से रहने देना हमें, जब सुख सागर जग में तू कहलाता है, कहो अब जग में हम क्या करे, जीवन में मिलन तेरा जिससे होता है।
https://www.youtube.com/watch?v=_7pls4isW4A
Satguru Shri Devendra Ghia (Kaka)
तू हर दिल में तो बसता है, तेरे बिना जगह ना कोई खाली है, बसके सब हृदय में, ऐसा तू क्यों करता है, लगता है, जग में जैसा अँधेर है सोचे तेरे बारे में जितना हे प्रभु, लगता है, यह फिर भी तो कम है, मिले प्रेम का निशान तेरा हर जगह से, जब दिल तो साफ होता है। करे तो जग में क्या करे, और कैसे करे, जब तो तू हर पल साथ में रहता है, सुख-दुःख की लेन-देन जग में तो होती है, साथ में रहकर पूरी तू करवाता है। रुक जाएँगे हाथ-पाँव जग में हमारे, मंजूरी जग में तो नहीं होती है, साथ सदा रहते हुए भी, ना तू दिखाई देता है, दूर तब तो तू लगता है। सुख-चैन से रहने देना हमें, जब सुख सागर जग में तू कहलाता है, कहो अब जग में हम क्या करे, जीवन में मिलन तेरा जिससे होता है।
सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
Lyrics in English
tu haar dila me to basata hai, tere bina jagaha na koi khali hai,
basake saba hriday mem, aisa tu kyom karta hai, lagata hai, jaag me jaisa andher hai
soche tere bare me jitana he prabhu, lagata hai, yaha phira bhi to kaam hai,
mile prem ka nishana tera haar jagaha se, jaba dila to sapha hota hai|
kare to jaag me kya kare, aura kaise kare, jaba to tu haar pal saath me rahata hai,
sukha-duhkha ki lena-dena jaag me to hoti hai, saath me rahakara puri tu karavata hai|
ruka jaenge hatha-pamva jaag me hamare, manjuri jaag me to nahi hoti hai,
saath saad rahate hue bhi, na tu dikhai deta hai, dur taba to tu lagata hai|
sukha-chaina se rahane dena hamem, jaba sukh sagar jaag me tu kahalata hai,
kaho aba jaag me haam kya kare, jivan me milana tera jisase hota hai|
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