1998-05-18
1998-05-18
1998-05-18
https://www.kakabhajans.org/bhajan/default.aspx?id=15361
थी दो मंज़िल मेरे सामने, किस ओर मैं जाऊँ ना पता मुझे चला
थी दो मंज़िल मेरे सामने, किस ओर मैं जाऊँ ना पता मुझे चला
चलते रहा मैं यहाँ वहाँ, फिर भी मंज़िल को मेरी, ना मैं पा सका
थी दो मंजिल मेरी आँखों के सामने, किस ओर जाऊँ, ना तय मैं कर सका
थी नज़र तो फिरती यहाँ से वहाँ, फिर भी मेरी मंज़िल का पता ना चला
कहाँ रुकना, कहाँ चलना, ना फैसला उसका जीवन में मैं कर पाया
इंत़जार में बीती रात तो कैसे, ना मुझे इसका तो पता चला
ना दो मंजिल को एक कर पाया जीवन में, उलझन में मैं उलझता रहा
समय की जंजीरों में था बँधा हुआ, मंज़िल की ओर चलना मुश्किल बना दिया
ढूँढ़ते मंज़िल मेरी, बंद कर दी आँखें मैंने मेरी, मंज़िल का पता मुझे मिला
तब दो मंज़िल बन गई एक मेरी, तब मैं रहा, दृश्य ना कोई और रहा
Satguru Shri Devendra Ghia (Kaka)
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थी दो मंज़िल मेरे सामने, किस ओर मैं जाऊँ ना पता मुझे चला
चलते रहा मैं यहाँ वहाँ, फिर भी मंज़िल को मेरी, ना मैं पा सका
थी दो मंजिल मेरी आँखों के सामने, किस ओर जाऊँ, ना तय मैं कर सका
थी नज़र तो फिरती यहाँ से वहाँ, फिर भी मेरी मंज़िल का पता ना चला
कहाँ रुकना, कहाँ चलना, ना फैसला उसका जीवन में मैं कर पाया
इंत़जार में बीती रात तो कैसे, ना मुझे इसका तो पता चला
ना दो मंजिल को एक कर पाया जीवन में, उलझन में मैं उलझता रहा
समय की जंजीरों में था बँधा हुआ, मंज़िल की ओर चलना मुश्किल बना दिया
ढूँढ़ते मंज़िल मेरी, बंद कर दी आँखें मैंने मेरी, मंज़िल का पता मुझे मिला
तब दो मंज़िल बन गई एक मेरी, तब मैं रहा, दृश्य ना कोई और रहा
सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
thī dō maṁja़ila mērē sāmanē, kisa ōra maiṁ jāūm̐ nā patā mujhē calā
calatē rahā maiṁ yahām̐ vahām̐, phira bhī maṁja़ila kō mērī, nā maiṁ pā sakā
thī dō maṁjila mērī ām̐khōṁ kē sāmanē, kisa ōra jāūm̐, nā taya maiṁ kara sakā
thī naja़ra tō phiratī yahām̐ sē vahām̐, phira bhī mērī maṁja़ila kā patā nā calā
kahām̐ rukanā, kahām̐ calanā, nā phaisalā usakā jīvana mēṁ maiṁ kara pāyā
iṁta़jāra mēṁ bītī rāta tō kaisē, nā mujhē isakā tō patā calā
nā dō maṁjila kō ēka kara pāyā jīvana mēṁ, ulajhana mēṁ maiṁ ulajhatā rahā
samaya kī jaṁjīrōṁ mēṁ thā bam̐dhā huā, maṁja़ila kī ōra calanā muśkila banā diyā
ḍhūm̐ḍha़tē maṁja़ila mērī, baṁda kara dī ām̐khēṁ maiṁnē mērī, maṁja़ila kā patā mujhē milā
taba dō maṁja़ila bana gaī ēka mērī, taba maiṁ rahā, dr̥śya nā kōī aura rahā
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