प्यार का पैगाम लेकर आया हूँ, पैगाम तो लेकर आया हूँ,
इस जीवन में प्यार भरी राह दिखाने तो आया हूँ।
दुःख दर्द की दवा तो है प्यार, वही पैगाम लेकर आया हूँ,
बैर-झैर में मिलेगा ना फायदा, वही समझाने आया हूँ।
सुख तो है दिल में, नज़र कर तू दिल में, वही कहने आया हूँ,
दिल में रखना ना कोई कमी, भर दे प्यार से वही कमी, वह कहने आया हूँ।
गँवाना सब दौलत, गँवाना ना प्यार की दौलत, यही समझाने आया हूँ,
प्यार है तेज दिल का, गँवाना ना वह जीवन में, यही बतलाने आया हूँ।
सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)