रहम दिल इन्सान, तेरी कमजोरियों को पहचान,
उठा लेंगे सब फायदा तेरा, बना के उनको निशाना।
मानना ना भूलना जीवन में, तू प्रभु का अहसान,
उठा रहा है भार जीवन में, है तू इतना परेशान।
ना सहन करना, ना करना जीवन में किसी का अपमान,
हर इन्सान में बसे हैं प्रभु, बसे हैं, सब में भगवान।
सारे जहाँ में रखता प्रभु सबका ख्याल, रखेगा तेरा ध्यान,
कमजोरी से भरा भरा है, भले है तू कमजोर इन्सान।
सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)