Hymn No. 5150 | Date: 22-Feb-1994
|
|
Text Size |
 |
 |
1994-02-22
1994-02-22
1994-02-22
https://www.kakabhajans.org/bhajan/default.aspx?id=650
रोना किस बात का, हँसना किस बात का, जो होना था सो हुआ
रोना किस बात का, हँसना किस बात का, जो होना था सो हुआ, कर जरा अब तो विचार तू, कैसे और क्यों हुआ? रोक ना सका जब तू उन्हें, होना था सो हो गया। कभी दुख तो मिला, कभी सुख तो मिला, ना कोई भी टिका। रोक ना सका दुःख-दर्द तो मिला, रोने से फायदा क्या मिला? हो ना था जो वह होकर रहा, कर विचार वह क्यों हुआ? कभी चाहता था वह हुआ, कभी चाहता नही था वह हुआ, कुछ न कुछ तो मिलता रहा, ना टिका, क्या फायदा मिला?
Satguru Shri Devendra Ghia (Kaka)
रोना किस बात का, हँसना किस बात का, जो होना था सो हुआ, कर जरा अब तो विचार तू, कैसे और क्यों हुआ? रोक ना सका जब तू उन्हें, होना था सो हो गया। कभी दुख तो मिला, कभी सुख तो मिला, ना कोई भी टिका। रोक ना सका दुःख-दर्द तो मिला, रोने से फायदा क्या मिला? हो ना था जो वह होकर रहा, कर विचार वह क्यों हुआ? कभी चाहता था वह हुआ, कभी चाहता नही था वह हुआ, कुछ न कुछ तो मिलता रहा, ना टिका, क्या फायदा मिला?
सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
Lyrics in English
rona kisa bata ka, hansana kisa bata ka, jo hona tha so hua,
kara jara aba to vichaar tu, kaise aura kyom hua?
roka na saka jaba tu unhem, hona tha so ho gaya|
kabhi dukha to mila, kabhi sukh to mila, na koi bhi tika|
roka na saka duhkha-darda to mila, rone se phayada kya mila?
ho na tha jo vaha hokara raha, kara vichaar vaha kyom hua?
kabhi chahata tha vaha hua, kabhi chahata nahi tha vaha hua,
kuchha na kuchha to milata raha, na tika, kya phayada mila?
|